बिहार के प्रमुख नेताओं की राष्ट्रीय आंदोलन में भूमिका: राजेंद्र प्रसाद, सीताराम केशरी और अन्य का योगदान
Author(s): विभा भारती
Abstract: भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन में बिहार के नेताओं ने प्रेरणास्रोत, संगठनकर्ता और नेतृत्वकर्ता के रूप में केंद्रीय भूमिका निभाई। डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने सत्याग्रह, असहयोग और नमक आंदोलन से लेकर संविधान निर्माण तक भारतीय स्वतंत्रता संघर्ष को वैचारिक और संगठनात्मक दिशा प्रदान की। वे महात्मा गांधी के विश्वस्त सहयोगी रहे तथा बिहार में राष्ट्रीय चेतना के प्रसार के प्रमुख आधार बने। दूसरी ओर, सीताराम केशरी ने स्वतंत्रता आंदोलन के उत्तरार्द्ध में संगठनात्मक स्तर पर कांग्रेस को मजबूत करने, सामाजिक न्याय की समझ विकसित करने और दलित-वंचित वर्ग को राजनीतिक मुख्यधारा से जोड़ने में उल्लेखनीय योगदान दिया। इनके अतिरिक्त बिहार के अन्य नेताओं—जैसे अनुग्रह नारायण सिंह, योगीश्वर प्रसाद, जगजीवन राम, जयप्रकाश नारायण आदि—ने भी आंदोलन को जन-आंदोलन बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अनुग्रह बाबू ने वित्त और प्रशासनिक सुधार के मोर्चे पर नेतृत्व दिया, जबकि जगजीवन राम ने सामाजिक समता और श्रमिक अधिकारों की आवाज बुलंद की। जयप्रकाश नारायण ने ‘सामूहिक शक्ति’ और ‘पूर्ण स्वराज’ की अवधारणा को जन-मानस में स्थापित करते हुए युवाओं को राष्ट्रीय संघर्ष से जोड़ा। समग्र रूप से बिहार के इन नेताओं ने न केवल ब्रिटिश शासन के विरुद्ध संघर्ष को सशक्त किया, बल्कि स्वतंत्र भारत के राजनीतिक, सामाजिक और संवैधानिक ढांचे के निर्माण में गहरा प्रभाव छोड़ा। उनका योगदान राष्ट्रीय आंदोलन की विविधता, समावेशिता और लोकतांत्रिक मूल्यों के विस्तार का प्रतीक है।
विभा भारती. बिहार के प्रमुख नेताओं की राष्ट्रीय आंदोलन में भूमिका: राजेंद्र प्रसाद, सीताराम केशरी और अन्य का योगदान. Int J Hist 2025;7(12):65-68. DOI: 10.22271/27069109.2025.v7.i12b.588