देवी अहिल्याबाई होल्करः एक क्रांतिकारी शासिका (1767-1795)
Author(s): इन्दु भूषण प्रसाद
Abstract: अहिल्याबाई होल्कर 18वीं शताब्दी में भारत की एक महान एवं आदर्श शासिकाओं में से एक थीं। वे मराठा साम्राज्य के अंतर्गत मालवा राज्य की रानी थीं जिन्होने अपने कुशल प्रशासन, न्यायप्रियता और जनता के कल्याण कार्यो से इतिहास में अमर स्थान प्राप्त किया। अपने पति खंडेराव होल्कर की मृत्यु के बाद अहिल्याबाई ने अùुत साहस एवं दूरदर्शिता के साथ शासन की बागडोर संभाली। उन्होने समाज के उत्थान हेतु अनेक मंदिरों, घाटों, कुओं एवं सड.कोे का निर्माण कराया जिससे सांस्कृतिक और सामाजिक विकास को बढावा मिला। उनके शासनकाल में राज्य में शांति, समृद्धि एवं समानता का वातावरण था। अहिल्याबाई ने महिलाओं की शिक्षा एवं सशक्तिकरण पर विशेष ध्यान दिया तथा धार्मिक सहिष्णुता और ममानवीय मूल्यों का बढावा दिया। उनका शासन आदर्श नीतियों, धर्म एवं करूणा पर आधारित था। अहिल्याबाई होल्कर भारतीय इतिहास में नारी शक्ति, सदाचार और सेवाभाव की प्रतीक मानी जाती है । उनका जीवन आनेवाली पीढियों के लिए प्रेरणास्रोत है।
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How to cite this article:
इन्दु भूषण प्रसाद. देवी अहिल्याबाई होल्करः एक क्रांतिकारी शासिका (1767-1795). Int J Hist 2025;7(11):09-11.