International Journal of History | Logo of History Journal
  • Printed Journal
  • Refereed Journal
  • Peer Reviewed Journal

International Journal of History

2023, Vol. 5, Issue 1, Part A

पारसनाथ जैन धार्मिक स्थल के रूप में: एक समीक्षा


Author(s): डॉ. पुनम कुमारी, सोनल कुमारी

Abstract: जैन धर्म प्राचीन धर्मों में से एक है जैन तीर्थंकरों की संख्या 24 है जिनमें से कहा जाता है कि 20 तीर्थकर पारसनाथ पहाड़ी जिसे सम्मेद शिखर कहा जाता है वहां पर निर्वाण प्राप्त किया थाl पारसनाथ जैनियों के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल हैl पारसनाथ झारखंड के गिरिडीह जिले में स्थापित हैl पारसनाथ जनजातियों के लिए भी धार्मिक स्थल है माना जाता है यहां के जनजाति मारंग बुरू के रूप में इसकी पूजा करते हैंl सालों भर यहां सेनानियों की भीड़ लगी रहती हैl विशेषकर जैनी इस पवित्र स्थल की यात्रा सालोंभर करते हैंl प्राकृतिक छटा बिखेरे पारसनाथ पहाड़ी अत्यंत ही सुंदर प्रतीत होता हैl यह पहाड़ी मोक्षदायिनी है संभवत यही कारण है कि विभिन्न जैन तीर्थंकर ने इस स्थान को निर्वाण के लिए चुना थाl पारसनाथ पहाड़ी के नीचे मधुबन नामक स्थान है यहां कई जैन मंदिर स्थित हैl जैन मंदिरों के वास्तु कला अति सुंदर हैl यह स्थल जैनियों के साथ-साथ विभिन्न धर्मावलंबी के लिए अपार श्रद्धा का केंद्र हैl

Pages: 05-08 | Views: 565 | Downloads: 210

Download Full Article: Click Here

International Journal of History
How to cite this article:
डॉ. पुनम कुमारी, सोनल कुमारी. पारसनाथ जैन धार्मिक स्थल के रूप में: एक समीक्षा. Int J Hist 2023;5(1):05-08.
International Journal of History
Call for book chapter