राहà¥à¤² सांकृतà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¨ की साहितà¥à¤¯ संबंधी विचारधारा
Author(s): डाॅ. निशा à¤à¤¾
Abstract: राहà¥à¤² सांकृतà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¨ के साहितà¥à¤¯ चिनà¥à¤¤à¤¨ में पà¥à¤°à¤—तिवादी विचारधारा à¤à¤µà¤‚ बौदà¥à¤§ दरà¥à¤¶à¤¨ का पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿà¤¤à¤ƒ दृषà¥à¤Ÿà¤¿à¤—ोचर होता है। दरà¥à¤¶à¤¨ में जिसे माकà¥à¤°à¥à¤¸à¤µà¤¾à¤¦ कहा जाता है, उसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° साहितà¥à¤¯ में उसे पà¥à¤°à¤—तिवाद कहते हैं। चूà¤à¤•à¤¿ राहà¥à¤² सांकृतà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¨ पर माकà¥à¤°à¥à¤¸à¤µà¤¾à¤¦à¥€ दरà¥à¤¶à¤¨ का à¤à¥€ पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ था, इसी कारण उनके साहितà¥à¤¯ चिनà¥à¤¤à¤¨ में पà¥à¤°à¤—तिवादी à¤à¤• पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤• ततà¥à¤µ के रूप में है। राहà¥à¤² सांकृतà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¨ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ लिखित ‘पà¥à¤°à¤—तिशीलता का पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨’, ‘पà¥à¤°à¤—तिशील लेखक’ à¤à¤µà¤‚ ‘आज का साहितà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤°’ आदि लेखों में जहाठà¤à¤• ओर उनकी पà¥à¤°à¤—तिवादी विचारधारा परिलकà¥à¤·à¤¿à¤¤ होती है तो दूसरी ओर कई सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ पर वे à¤à¤• समीकà¥à¤·à¤• के रूप में à¤à¥€ नजर आते हैं।
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How to cite this article:
डाॅ. निशा à¤à¤¾. राहà¥à¤² सांकृतà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¨ की साहितà¥à¤¯ संबंधी विचारधारा. Int J Hist 2020;2(2):146-148.