बौद्ध शहर तक्षसिला
Author(s): पूरन लाल मीना
Abstract: तक्षशिला की ऐतिहासिकता सब क्षेत्र में विश्ब प्रसिद्व रही है ज्ञान - विज्ञान में तो थी ही साथ साथ बौद्ध धर्म के बारे में ज्यादा प्रसिद्ध रही है तक्षशिला के इस पूरे क्षेत्र को तीन भागो में बाटा गया है - सिर कप, सिर सुख, भीर माऊंड इन सब को चीनी बौद्ध तीरथ यात्री हेनसांग ने देखा उसके बाद प्रसिद्ध पुरातत्वेत्ता जान मार्शल, ए. कनिघम ने उतखनन कर चीनी यात्री की बातो को प्रमाणों से सत्यापित किया, प्रसिद्ध मौर्य सम्राट अशोक ने अपने सिला लेख तक्षशिला में स्थापित कराये जिनके माध्यम से जन समूह को सीधे अशोक के जन कल्याणकारी कार्यो की जानकारी मिलती रहे तक्षशिला के बौद्ध मठ, बौद्ध स्तूप, इस सहर को बौद्ध स्थल होने के प्रमाण देते है यही पर प्रसिद्ध धर्मराजिका बौद्ध स्तूप है जिसमे भगबान बुद्ध का बाल सुरक्षित है इसे कुणाल ने निर्मित कराया इस बिसाल बौद्ध स्तूप को चीनी बौद्ध तीरथ यात्री देख कर चकित रह गया चीनी यात्री फाह्यान ने इस स्थल पर प्रसिद्ध विश्बबिद्यालय होने की बात कही है जिसमे प्रबेश कठिन परीक्षा के माध्यम से होता था जिसमे कई सो विदेशी छात्र अध्यन करने आते, जिनका खर्चा दान से मिले धन से पूरा किया जाता था जहा बौद्ध धर्म के साथ साथ विज्ञान की शिक्षा प्रदान की जाती थी
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How to cite this article:
पूरन लाल मीना. बौद्ध शहर तक्षसिला. Int J Hist 2020;2(2):24-25.