हड़प्पा और वैदिक सभ्यता की जीवनशैली का तुलनात्मक अध्ययन
Author(s): मनोज कुमार साह
Abstract: हड़प्पा सभ्यता और वैदिक सभ्यता भारत की दो प्रमुख प्राचीन सभ्यताएँ थीं, जिनका सामाजिक, आर्थिक, धार्मिक, और राजनीतिक दृष्टिकोण से व्यापक प्रभाव रहा। हड़प्पा सभ्यता एक उन्नत नगरीय सभ्यता थी, जिसमें व्यापार, जल निकासी प्रणाली और नगर नियोजन विकसित था, जबकि वैदिक सभ्यता मुख्यतः कृषि और पशुपालन पर आधारित ग्रामीण समाज के रूप में विकसित हुई। हड़प्पा समाज में मातृसत्तात्मक संकेत मिलते हैं, जबकि वैदिक काल में पितृसत्तात्मक व्यवस्था प्रमुख रही। व्यापार प्रणाली में हड़प्पा काल में वस्तु-विनिमय और विदेशी व्यापार का उल्लेख मिलता है, वहीं वैदिक काल में कृषि और पशुपालन मुख्य आधार बने। धार्मिक दृष्टि से हड़प्पा सभ्यता में मातृदेवी और पशुपति महादेव की पूजा होती थी, जबकि वैदिक समाज में यज्ञ और देवताओं की पूजा महत्वपूर्ण थी। वैज्ञानिक प्रगति में हड़प्पा सभ्यता की नगर योजना और धातु विज्ञान उल्लेखनीय हैं, जबकि वैदिक काल में ज्योतिष, गणित, और वेदों की रचना प्रमुख उपलब्धियाँ थीं। यह अध्ययन दोनों सभ्यताओं के तुलनात्मक विश्लेषण द्वारा उनके योगदान और विकासक्रम को समझने का प्रयास करता है।
DOI: 10.22271/27069109.2024.v6.i2f.365Pages: 380-386 | Views: 32 | Downloads: 13Download Full Article: Click Here
How to cite this article:
मनोज कुमार साह.
हड़प्पा और वैदिक सभ्यता की जीवनशैली का तुलनात्मक अध्ययन. Int J Hist 2024;6(2):380-386. DOI:
10.22271/27069109.2024.v6.i2f.365