पूरà¥à¤µ मधà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤²à¥€à¤¨ उतà¥à¤¤à¤° à¤à¤¾à¤°à¤¤ का राजनीतिक परिदृशà¥à¤¯
Author(s): डाॅ. विनोद यादव
Abstract: ‘पूरà¥à¤µ मधà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤²’ शबà¥à¤¦ पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ काल तथा मधà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤² के अंतरà¥à¤µà¤°à¥à¤¤à¥€ काल का सूचक है। à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ इतिहास में लगà¤à¤— 650 ई0 से 1200 ई0 तक के समय को ‘पूरà¥à¤µ मधà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤²’ कहा जाता है। पूरà¥à¤µ मधà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤²à¥€à¤¨ समाज में à¤à¤• विशेष वरà¥à¤— का उदय हà¥à¤†, जिसे ‘सामनà¥à¤¤’ कहा जाता था। यह समाज का सबसे शकà¥à¤¤à¤¿à¤¶à¤¾à¤²à¥€ वरà¥à¤— था। समà¥à¤°à¤¾à¤Ÿ हरà¥à¤· की मृतà¥à¤¯à¥ के पशà¥à¤šà¤¾à¤¤ उतà¥à¤¤à¤° à¤à¤¾à¤°à¤¤ छोटे-छोटे राजà¥à¤¯à¥‹à¤‚ में बà¤à¤Ÿ चà¥à¤•à¤¾ था। हरà¥à¤· के बाद उतà¥à¤¤à¤° à¤à¤¾à¤°à¤¤ में जिन शकà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का उदय हà¥à¤†, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ राजपूत शासक की संजà¥à¤žà¤¾ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ की जाती है। पूरà¥à¤µ मधà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤² में उतà¥à¤¤à¤° à¤à¤¾à¤°à¤¤ पर जिन राजपूत राजवंशों ने शासन किया, उनके नाम इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° हैं-कनà¥à¤¨à¥Œà¤œ का सामà¥à¤°à¤¾à¤œà¥à¤¯, गà¥à¤°à¥à¤œà¤°-पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¹à¤¾à¤° वंश, गहड़वाल वंश, पाल à¤à¤µà¤‚ सेनवंश, चैहान वंश, चालà¥à¤•à¥à¤¯ या सोलंकी वंश, हिनà¥à¤¦à¥‚शाही राजà¥à¤¯, चनà¥à¤¦à¥‡à¤² वंश, कशà¥à¤®à¥€à¤° के राजवंश, मालवा का परमार वंश, कलचà¥à¤°à¤¿ चेदि वंश, मेवाड़ का राजवंश आदि। à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ इतिहास के इसी काल में à¤à¤¾à¤°à¤¤ पर अरबों और तà¥à¤°à¥à¤•à¥‹à¤‚ का आकà¥à¤°à¤®à¤£ हà¥à¤† और अंततः तà¥à¤°à¥à¤•à¥‹à¤‚ ने विजयशà¥à¤°à¥€ को पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ किया। तà¥à¤°à¥à¤•à¥‹à¤‚ के विजय पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करने और उनकी सतà¥à¤¤à¤¾ सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ होने के साथ ही पूरà¥à¤µ मधà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤² की समापà¥à¤¤à¤¿ होती है और à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ इतिहास में मधà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤² की शà¥à¤°à¥à¤µà¤¾à¤¤ मानी जाती है।
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डाॅ. विनोद यादव. पूरà¥à¤µ मधà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤²à¥€à¤¨ उतà¥à¤¤à¤° à¤à¤¾à¤°à¤¤ का राजनीतिक परिदृशà¥à¤¯. Int J Hist 2024;6(1):28-32.