गजनी वंश: विजारत शबà¥à¤¦ की उतà¥à¤ªà¤¤à¥à¤¤à¤¿, अरà¥à¤¥, करà¥à¤¤à¤µà¥à¤¯, कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ à¤à¤µà¤‚ विशेषाधिकार का विशà¥à¤²à¥‡à¤·à¤£à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨
Author(s): डॉ. अमन चंदà¥à¤°
Abstract: विजारत à¤à¤¸à¥€ संसà¥à¤¥à¤¾ थी जिसे इसà¥à¤²à¤¾à¤®à¥€ संविधान में मानà¥à¤¯à¤¤à¤¾ दी गई थी। जिन गैर-अरबी संसà¥à¤¥à¤¾à¤“ं को अंतरà¥à¤®à¥à¤•à¥à¤¤ किया गया तथा मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® समà¥à¤°à¤¾à¤Ÿà¥‹ के अधीन मंतà¥à¤°à¥€ परिषदॠके लिठजो नाम वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° में लाये गये थे उनà¥à¤¹à¥‡ विजारत की संजà¥à¤žà¤¾ दी गई थी, किनà¥à¤¤à¥ उन समà¥à¤°à¤¾à¤Ÿà¥‹ के समय विजारत का अरà¥à¤¥ था à¤à¤• ही मंतà¥à¤°à¥€ जो समà¥à¤°à¤¾à¤Ÿ का परामरà¥à¤¶à¤¦à¤¾à¤¤à¤¾ बन सकता था। सà¤à¥€ मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® विधिवेतà¥à¤¤à¤¾à¤“ं ने इस शबà¥à¤¦ की वà¥à¤¯à¤¾à¤–à¥à¤¯à¤¾ इस दृषà¥à¤Ÿà¤¿ से की हैं। अल फरà¥à¤–ार के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° "वजीर उन लोगो को ही कहा जाता हैं जो राजा तथा पà¥à¤°à¤œà¤¾ के बीच की कडी बन जाते थे।" अतः उनके लिठयह अपेकà¥à¤·à¤¿à¤¤ था कि राजा की पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के बारे में जानकारी रखे à¤à¤µà¤‚ जनता की पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के बारे मे जाने ताकि वे दोनो शà¥à¤°à¥‡à¤£à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को अचà¥à¤›à¥€ तरह सà¤à¤¾à¤‚ल सकें और उनके विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ पातà¥à¤° बन सके।
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डॉ. अमन चंदà¥à¤°. गजनी वंश: विजारत शबà¥à¤¦ की उतà¥à¤ªà¤¤à¥à¤¤à¤¿, अरà¥à¤¥, करà¥à¤¤à¤µà¥à¤¯, कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ à¤à¤µà¤‚ विशेषाधिकार का विशà¥à¤²à¥‡à¤·à¤£à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨. Int J Hist 2021;3(2):136-138.